
व्यापारियों के हितों एवं सम्मान की रक्षा के लिए
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच
का गठन एवं परिचय


अखिल भारतीय अग्रवाल समेल्लन देश के १० करोड़ अग्रवालो का एकमात्र राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय संगठन हैं, अतः इस देश के अग्रवालो के सामाजिक, राजनैतिक एवं व्यापारिक हितों की रक्षा करना उसका दायित्व हैं क्योंकि अग्रवाल-वैश्य समाज के 90 प्रतिशत लोगों का व्यापार से सीधा सम्बन्ध हैं और मौजूदा समय में हर राजनैतिक दल व्यापारियों के हितों की बात करने में संकोच करता हैं अतः इस देश के व्यापारी समुदाय के हितों की रक्षा करने एवं उनको सम्मान दिलाने के लिए ही अ.भा अग्रवाल समेल्लन के प्रयासों सेवर्ष 2013 में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल व्यापारी रैली का आयोजन किया गया, जिसमे देश के कोने-कोने से उद्योगपति एवं व्यापारी बंधु सम्मिलित हुए इस रैली में ही अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच का गठन करने की घोसणा की गई । इस मंच द्वारा केंद्र एवं राज्य सरकारों के समक्ष उद्योग एवं व्यापार जगत से जुडी हुई अनेक समस्याओं को उठाकर अनेंक उनका समाधान प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा हैं । मंच की ईकाइयां विभिन्न राज्यों में भी गठित कर दी गई हैं एवं धीरे-धीरे इनका विस्तार जिला स्तर पर करने का प्रयास जारी हैं ।
इस मंच के प्रयासों से ही हरियाणा सरकार द्वारा देश में सर्वप्रथम श्व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन किया गया, जिसके चेयरमैन समेल्लन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल शरण गर्ग को मानेनीत किया गया । उसके बाद मंच केप्रयासों से ही हरियाणा की तर्ज पर व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन राजस्थान एव उत्तर प्रदेश में किया गया और केंद्र सरकार द्वारा भी पुरे देश के व्यापारियों के लिए राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड की घोषणा की जा चुकी हैं जोकि हर छोटे-बड़े व्यापारी के लिए अच्छी खबर हैं । इससे व्यापारियों को अपनी समस्याएं रखने का उचित मंच प्राप्त हो सकेगा अ.भा. उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच की सर्वप्रथम प्राथमिकता हैं कि देश के हर छोटे-बड़े सम्मानित व्यापारी को पूर्ण सम्मान मिले और उसके हितों की रक्षा सके और उन्हें टैक्स कलेक्टर का दर्जा प्राप्त हो ।

अ. भा. उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के उद्देश्य एवं सरकार से मांग ।

- देश में व प्रत्येक प्रदेश में व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन करवाना।
- सरकार के समक्ष व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं को उठाना व उनका समाधान करवाना।
- व्यापारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा लागु करवाना।
- विभिन्न प्रदेशों व देशों में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों को प्रेरित कर देश में नए उद्योगों की स्थापना व निवेश करवाना।
- युवा पीढ़ी व बेरोज़गारो के लिए लघु एवं कुटीर उद्योगों को स्थापित करने के लिए समय पर कार्यशाला लगवाना।
- अधिक टैक्स इकट्ठा करने वाले व्यापारियों को केन्द्र एव प्रदेश व जिला स्तर पर सम्मानित करवाना।
- प्रत्येक व्यापारी करदाता को बुढ़ापे में उसके द्वारा इकट्ठठे किए गए टैक्स में से पेंशन दिलवाना।
- व्यापारियों का सामूहिक दुर्घ टना बीमा करवाना।
- व्यापारी परिवारों को शिक्षा के क्षेत्र में स्थान दिलवाना।
- व्यापारियों पर लागु विभिन्न एक्ट में सुधारीकरण व सरलीकरण करवाना।
- व्यापारियों के लिए पूरे देश में सरल व्यापार नीति बनवाना।
- व्यापारियों के ठहरने के लिए प्रत्येक जिला स्तर पर व्यापार भवन का निर्मा ण करवाना।